WTC फाइनल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया 2023

WTC FINALभारत बनाम ऑस्ट्रेलिया 2023

विश्व प्रसिद्ध क्रिकेट टेस्ट (डब्ल्यूटीसी) चैंपियंस ट्रॉफी (WTC) के दो शक्तिशाली दलों, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रोमांचक फाइनल मुकाबला 7 june से 11 june 2023 तक साउथम्प्टन में खेला गया। इस महत्वपूर्ण टेस्ट मैच में दोनों दलों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को उत्कर्ष और एक यादगार मुकाबला देखने का अवसर दिया। इस आर्टिकल में, हम WTC फाइनल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले के बारे में चर्चा करेंगे।

भारत की शानदार बल्लेबाजी

इस मुकाबले के लिए भारत एक ताकतवर और प्रभावी दल घोषित कर चुका था, जिसमें कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी शामिल थे। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया भी अपनी गांठ मजबूत करने के लिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की एक बहुत गहरी टोली के साथ युवा कप्तान मर्नस लैबुशेन द्वारा नेतृत्व की गई थी। इसलिए, दोनों दलों के बीच इस मुकाबले की ताकतवरी टक्कर की उम्मीद थी।

मुकाबले के पहले दिन, भारतीय गेंदबाजों ने अपनी क्षमता दिखाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को गिरावट पर ला दिया। विशेष रूप से मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन ने मजबूत गेंदबाजी की और 7 और 4 विकेट लेकर ब्रेकथ्रू किया। इस परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलिया 204 रनों पर ऑलआउट हो गई।

भारत के बल्लेबाज भी पहले पारी में धीमी शुरुआत करते हुए उठापटक क्रिकेट खेलते रहे। रोहित शर्मा 34 रन बनाने के बावजूद विशेष ध्यान को खो गए, जब वह लेग स्पिनर नेथन लियोन द्वारा आउट हो गए। चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली ने भी कुछ रन बनाए, लेकिन वे भी जल्द ही आउट हो गए। भारत की पहली पारी 183 रन पर समाप्त हुई, जिससे इंडियन बल्लेबाजों को दुखद तनाव का सामना करना पड़ा।

दूसरे दिन सुबह, ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजों ने फिर से जोरदार शुरुआत की और भारतीय बल्लेबाजों को केवल 217 रन पर सीमित कर दिया। मोहम्मद शमी फिर से अद्वितीय गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट लेकर मचाई तबाही। इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने जोरदार प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया को मात दी।

दूसरी पारी में, भारत के बल्लेबाजों ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। शुभमन गिल ने 91 रन बनाए और छठे विकेट के साथ एक बड़ी जोड़ी बनाई। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने भी मजबूत पारी खेली और भारत की पारी 294 रनों पर समाप्त हुई। इससे भारत की टीम ने ४०० से ज्यादा रन की बढ़त बनाई और मजबूत पक्षपात में आगे बढ़ी।

तीसरे दिन, ऑस्ट्रेलिया ने मजबूत उत्तरदायीता दिखाई और भारत को जल्दी ही आउट कर दिया। पूजारा और कोहली को जल्दी ही आउट हो जाने के बाद, बाकी बल्लेबाज भी खेल में सफल नहीं रहे। भारत की दूसरी पारी 224 रनों पर समाप्त हुई और ऑस्ट्रेलिया को 245 रनों की लक्ष्य पर खेलना था।

चौथे दिन की पहली सत्र, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने अपने मार्ग की शुरुआत में समस्याओं का सामना किया। भारतीय गेंदबाजों ने अपने शानदार गेंदबाजी का अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए विकेट पर दबाव बनाया। मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह ने मजबूती से गेंदबाजी की और 6 विकेट लेकर टीम की स्थिति मजबूत की।

ऑस्ट्रेलिया की पारी 195 रन पर समाप्त हुई, जिससे भारत को 146 रनों की लक्ष्य का सामना करना था। भारत के बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए समय खर्च करते हुए जादा समय लिया। रोहित शर्मा ने 47 रन बनाए, लेकिन उन्हें साथियों के साथ एक मजबूत जोड़ी बनाने में असफल रहना पड़ा।

सामग्री के आधार पर, इंडियन टीम 137 रन पर 5 विकेटों के साथ माच पर क़ाबू पा चुकी थी। तब आये भारत के मुख्य संघटक, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने एक मजबूत जोड़ी बनाई और भारत को विजय की ओर ले जाया।

अंततः, भारत ने 5 विकेट के साथ 178 रन बनाए और इस तरह WTC फाइनल मुकाबला जीत लिया। यह महत्वपूर्ण जीत भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और गर्व की बात है। विशेष रूप से, भारतीय गेंदबाजों ने मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और टीम को इस युद्ध की विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक जीत है, जिससे वह पहली बार विश्व प्रशासित क्रिकेट टेस्ट चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब हासिल करता है। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट को गर्व महसूस कराया और खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की। यह दर्शकों के लिए एक यादगार और मनोरंजक मुकाबला रहा, जो क्रिकेट के प्रेमियों के लिए एक सपना साबित हुआ।

WTC फाइनल मुकाबला ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक उद्दीपक और जोशीला मुकाबला प्रस्तुत किया, जिससे हमें विश्वस्तरीय क्रिकेट का एक आदर्श उदाहरण मिला। इस मुकाबले ने हमें यह सिखाया कि संघर्ष, संगठनशीलता, ताकत और समर्पण से लगे रहने से हम किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।

भारत के जीत के साथ, कप्तान विराट कोहली ने अपनी नेतृत्व क्षमता की पुष्टि की और अपने टीम को एक बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने संघर्ष करने की आदत और टीम के साथ मिलजुलकर काम करने का उदाहरण प्रस्तुत किया। इसके साथ ही, भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन भी दिलचस्प और प्रशंसायोग्य रहा, जो उन्हें मुकाबले में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

WTC फाइनल मुकाबला ने भारतीय क्रिकेट को गर्व महसूस कराया और उसके खिलाड़ियों की मेहनत और प्रयासों को सराहा। यह मुकाबला हमें दिखाया कि भारतीय क्रिकेट की टीम अब विश्व प्रमुखता में आगे बढ़ रही है और अपने कौशल को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही है।

ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भी मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन किया और एक सटीक मुकाबले की उम्मीद दिलाई। उन्होंने संघर्ष किया और जीत के लिए अपनी कौशल की जड़ें दिखाईं।

Leave a Comment